Gangster Shayari - An Overview



वरना खौफ पैदा करने के लिए तो बस हमारा नाम ही काफी है..!!

पेहचान बड़े लोगों से नहीं, वक्त पर साथ देने वालों से होनी चाहिए!!

आखिर मेरे ही हाथ से निकले परिंदे है ये !!

रास्ते मुश्किल हैं पर हम मंज़िल ज़रूर पायेंगे !!

गली के कुत्ते पहले भोकते हैं फिर काटने लगते हैं,

No one can deny the necessity of poetry in literature. It can be an excellent medium to express our feelings and thoughts to another person. When talking about Gangster poetry or, it doesn't need to have an introduction. Many renowned poets have composed Gangster Shayari in Urdu, Ghazals and Nazms.

दूसरों की मानोगे तो मुझे बुरा ही पाओगे !!

गरज उठे गगन सारा समुन्दर छोड़ें अपना किनारा !!

हम जब भी उठेंगे तूफान बनकर उठेंगे. बस उठने की अभी ठानी नही है।

शेर को जगह और वक़्त से कुछ लेना-देना नहीं होता,

हरामी बनके जियो, दुनिया सलाम ठोक के जाएगी..!!

इन्कार है जिन्हे आज मुझसे मेरा वक्त देखकर

रिश्ते हों या लिबास मैं बरसों चलाता get more info हूँ !!

हम तो वो है जिन्हें देख के मुश्किलें भी शर्मिंदा है !!

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